नागरिकों ने पुलिस को सौंपे 3 भरमार राईफल व बंदूक की एक बैरेल
पुलिस विभाग के प्रती जताया विश्वास

ब्यूरो। गड़चिरोली.
नक्सलियों के शहीद सप्ताह के दौरान शुक्रवार, 1 अगस्त को अहेरी तहसील के जिमलगट्टा उपविभाग के तहत आने वाले दामरंचा सीमा के आम नागरिकों ने पुलिस को 3 भरमार राईफल के साथ बंदूक की एक बैरेल सौंपकर नक्सलियों को स्पष्ट रूप से विराेध दर्शाया है। साथ ही पुलिस विभाग के प्रति विश्वास जताते हुए भविष्य में नक्सलियों को किसी भी प्रकार की मदद नहीं करने की गवाही दी है।
यहां बता दें कि, जिले के दुर्गम और अतिदुर्गम क्षेत्र के निवासरत आदिवासी लोगांे के पास आज भी राईफल, बंदूकें और बैरेल मौजूद है। नागरिकों द्वारा इनका उपयोग शिकार के लिए किया जाता है। लेकिन इसी का लाभ उठाकर नक्सलियों द्वारा लोगों को बहला-फूसलाकर राईफल व बंदूकें छिनी जाती है और इसका उपयोग दहशत फैलाने के लिए किया जाता है। वर्तमान में नक्सलियों का शहीद सप्ताह जारी होकर आगामी 3 अगस्त तक पुलिस विभाग ने जिलेभर में रेड अलर्ट घोषित किया है। सप्ताह के इस कालावधि में विभाग द्वारा गांव-गांव में जनजागरण सम्मेलन के साथ जनमैत्रेय सम्मेलन का आयोजन कर नागरिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। पुलिस विभाग के इसी कार्य को देखते हुए शुक्रवार को दामरंचा क्षेत्र के नागरिकों ने 3 राईफल और एक बंदूक की बैरेल पुलिस को सौंप दी है। दामरंचा उपपुलिस थाना के प्रभारी अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक पृथ्वीराज बाराते, पुलिस उपनिरीक्षक अनिकेत सपकाल और उनकी टीम द्वारा किये गये जा रहें विकासात्मक कार्यों के चलते अब क्षेत्र के नागरिक नक्सलियों का स्पष्ट रूप से विरोध करने लगे है। नक्सल शहीद सप्ताह के दौरान नागरिकों द्वारा विभाग के प्रति दिखाया गया विश्वास और उनके साहस पर पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने नागरिकों का स्वागत किया है.
तीन वर्षों में नागरिकों ने सौंपे 145 राईफल
जिला पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले तीन वर्षों की कालावधि में नागरिकों ने विभाग के पास कुल 145 राईफल सौंपे है। जिसमें वर्ष 2022 में 73 राईफल के साथ 2023 में 46 और वर्ष 2024 में 26 भरमार राईफल पुलिस को सौंपे गये है।