हालूर गाँव की महिलाओं ने पारित किया शराबबंदी का ऐतिहासिक प्रस्ताव
लॉयड्स इनफिनिट फाउंडेशन (एलआईएफ) की प्रेरणा और समर्थन

गढ़चिरौली:
गढ़चिरौली जिले के एटापल्ली तालुका में पुरसलगोंडी ग्राम पंचायत के अंतर्गत हालूर के ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए गाँव में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। नशामुक्ति के क्षेत्र में कार्यरत लॉयड्स इनफिनिट फाउंडेशन (एलआईएफ) की प्रेरणा और समर्थन से गाँव की महिलाओं ने शराब के सेवन से उत्पन्न सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों के खिलाफ दृढ़ संकल्प लिया।
महिलाओं ने पारिवारिक विवादों, स्वास्थ्य समस्याओं, वित्तीय अस्थिरता से लेकर सड़क दुर्घटनाओं तक शराब की लत के दुष्प्रभावों पर ज़ोर दिया और सामूहिक रूप से हालूर गाँव से इस बुराई को खत्म करने का संकल्प लिया। उनकी सक्रिय भूमिका और दृढ़ निर्णय को सभी ग्रामीणों का भारी समर्थन मिला है।
इस ऐतिहासिक पहल से समग्र ग्राम विकास को बढ़ावा, स्वास्थ्य में सुधार, और सामाजिक समरसता को मजबूती मिलने की उम्मीद है। इस प्रस्ताव को एक प्रगतिशील और समृद्ध समुदाय के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में व्यापक रूप से सराहा जा रहा है।
इस निर्णय को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रमुख समुदाय नेताओं और महिला प्रतिनिधियों में सरपंच श्रीमती अरुणाताई मधुकर सडमेक, पाटील श्री. लच्चू हेडाऊ, भूमिया श्री. धनसू होडे, महिला मंडल अध्यक्षा कलावती तिरकी, उपाध्यक्षा फुलसिना एक्का, सचिव बाली हेडो, नवरी हेडो, बाली हेडो, शांती कुड्येती, तानी हेडो, जमाता हेडो, गीता हेडो, चमेली मिंज, विमला किंडो, कलावती तिरकी, फुलवती टोप्पो, तेरेसा टोप्पो, सविता टोप्पो, सविता बडा, किलसीता रिका, सावित्री आत्राम, बाली आत्राम, अनिता मिंज, इर्पे आत्राम, प्रतिमा तिग्गा, संजना हेडो, रजनी हेडो, कुम्में हेडो, शिवानी गेडाम शामिल हैं। ग्राम संपर्क केंद्र अधिकारी श्री किशोर गावड़े ने इस समुदाय-संचालित पहल के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
हालूर की महिलाओं और ग्रामीणों की सामूहिक भावना और दृढ़ संकल्प ने एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि कैसे एकता एक बेहतर और स्वस्थ समाज के लिए परिवर्तनकारी बदलाव ला सकती है। एलआईएफ नशामुक्ति पहल में ग्रामीणों को प्रेरित करना और समर्थन देना जारी रखेगा।