मेडीकल कालेज के लिए कांग्रेस ने किया भीख मांगों आंदोलन
- इंदिरा गांधी चौक में प्रदर्शन करने के बाद कलेक्ट्रेट पर दी दस्तक

ब्यूरो। गड़चिरोली.
जिले के पृथक रूप से मंजूर किये गये मेडीकल कालेज के लिए अब तक भूमि उपलब्ध नहीं करायी गयी है। यह राज्य सरकार की अकार्यक्षमता होकर मेडीकल कालेज के लिए तत्काल भूमि उपलब्ध कर यहां चलायी जा रहीं नौकर भर्ती की प्रक्रिया सरकारी स्तर पर करने की मांग को लेकर शुक्रवार, 1 अगस्त को कांग्रेस पार्टी की ओर से शहर में भीख मांगों आंदोलन किया गया। वहीं इंदिरा गांधी चौक में प्रदर्शन करने के बाद जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी गयी। इस समय विभिन्न मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी अविश्यांत पंडा को सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया गया कि, राज्य के मुख्यमंत्री स्वयं गड़चिरोली जिले के पालकमंत्री है। वहीं राज्यमंत्री एड. आशीष जयस्वाल पर भी सह पालकमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। एक जिले के लिए दो पालकमंत्री होने के बाद भी उनके द्वारा मेडीकल कालेज के लिए पृथक भूमि उपलब्ध नहीं करायी जा रहीं है। यह दोनों नेताओं की अकार्यक्षमता होकर नेताओं का गड़चिरोली जिले की ओर किसी प्रकार का ध्यान नहीं है। वहीं जिला अस्पताल में आरंभ किये गये मेडीकल कालेज के लिए निजी कंपनी के माध्यम से नौकर भर्ती प्रक्रिया चलायी जा रहीं है। यह प्रक्रिया काफी धीमी होने से उम्मीदवारों को नौकरी के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ रहीं है। इस कारण यह प्रक्रिया सरकारी स्तर पर करने की मांग भी इस समय कांग्रेस ने की है। आंदोलन के तहत शहर के इंदिरा गांधी चौक में कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भीख मांगों आंदोलन किया। जिसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी गयी। आंदोलन में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राह्मणवाडे, जिप के पूर्व उपाध्यक्ष मनोहर पोरेटी, युकां के राष्ट्रीय सचिव विश्वजीत कोवासे, शहर अध्यक्ष सतीश विधाते, युकां के महाराष्ट्र प्रदेश सचिव अतुल मल्लेलवार, आरमोरी तहसील अध्यक्ष मिलिंद खोब्रागडे, चामोर्शी तहसील अध्यक्ष प्रमोद भगत, गड़चिरोली तहसील अध्यक्ष वसंत राऊत, धानोरा तहसील अध्यक्ष प्रशांत कोराम, युकां के जिलाध्यक्ष नीतेश राठोड, अनुसूचित जाति सेल के जिलाध्यक्ष रजनीकांत मोटघरे, पर्यावरण सेल अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत अन्य कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।